(1) टाइफस ज्वर-दो मुख्य प्रकार के टाइफस ज्वर ज्ञात हैं।
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(1) टाइफस ज्वर-दो मुख्य प्रकार के टाइफस ज्वर ज्ञात हैं।
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टाइफस ज्वर (Typhus Fever) एक प्रकार का रोग है, जिसका आरंभ अचानक होता है।
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टाइफस ज्वर के रोगी का रक्त चूसने के बाद टाइफल के विषाणु-रिक्ट्स-जूँ की पाचन-नली की कोशिकाओं के भीतर बढ़ते हैं.
6.
टाइफस ज्वर से चिकित्सकों ने मोतीझरा की पृथक पहचान और वर्गीकरण किया, क्योंकि दोनों रोगों में लक्षण तथा रोगहेतु पृथक हैं।
7.
टाइफस ज्वर की रोकथाम और इलाज-अब यह ज्ञात हो चुका है कि इस रोग के संवाहक कीड़े मकोड़े होते हैं।
8.
मनुष्य को जिस ढ़ंग से टाइफस ज्वर की छूत लगती है, उससे यह स्पष्ट होता है किकिस प्रकार अनचाहे ही जूँ इस रोग को फैलाने में सहायक होती है.
9.
यह ज्वर केवल जूँके लिए ही टाइफस ज्वर से भिन्न है, क्योंकि इसके विषाणु टाइफस ज्वर के विषाणुयोंकी तरह पाचन-नली को कोशिकाओं में बढ़ने के स्थान पर पाचन-नली में ही बढ़ते हैं.
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यह ज्वर केवल जूँके लिए ही टाइफस ज्वर से भिन्न है, क्योंकि इसके विषाणु टाइफस ज्वर के विषाणुयोंकी तरह पाचन-नली को कोशिकाओं में बढ़ने के स्थान पर पाचन-नली में ही बढ़ते हैं.